चित्रकूट- अखिल भारतीय गहोई वैश्य महासभा की द्वितीय कार्यकारिणी बैठक गहोई भवन चित्रकूट में दिनांक 03 मई को सम्पन्न हुई। प्रात: 10.30 पर राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री कैलाशनारायण सावला की अध्यक्षता में प्रारभ्भ हुई। बैठक में महासभा के शीर्ष पदाधिकारियों द्वारा दीप प्रज्जवलन व कामतानाथ जी महाराज के जयकारे के साथ राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त के चित्र पर माल्यार्पण कर महासभा ध्वजगीत का गायन श्री हरनारायण रिखोल्या संपादक गहोई बंधु के द्वारा कराया गया तदुपरांत महासभा महामंत्री श्री सतीश महतेले द्वारा निर्धारित विषय सूची अनुसार बैठक संचालन प्रारभ्भ किया गया। सभी महासभा पदाधिकारियों, पूर्व अध्यक्ष माननीय श्री शिवनारायण सुहाने- भोपाल, श्री बैजनाथ प्रसाद नगरिया- गाडरवारा, श्री राधेश्याम कुचिया- ग्वालियर सहित आमंत्रित सदस्यों व चित्रकूट कर्वी पंचायत अध्यक्ष श्री पहारिया जी का रोरी कुमकुम अक्षत से तिलक लगाकर स्वागत अभिनन्दन कियागया।
महासभा की प्रथम कार्यकारिणी बैठक शिवपुरी दिनांक 01 फरवरी 2015 कार्यवाही की पुष्टि महामंत्री द्वारा गहाई बंधु में प्रकाशित आधार पर परंपरा अनुसार करतल ध्वनि से कराये जाने पर महासभा कोषाध्यक्ष श्री राकेश लहारिया ने आपत्ति प्रकट की एवं सुझाव दिया कि तीन माह पहले हुई बैठक में क्या हुआ, क्या बंधु में प्रकाशित हुआ? इतना याद रखना संभव नहीं है अतएव प्रमुख बिंदुओं का वाचन कर कार्यवाही की पुष्टि करवाना चाहिये, इस पर उपस्थित सदस्यों द्वारा भी सहमति व्यक्त की गई।
अध्यक्षीय उदबोधन में राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री कैलाशनारायण सावला ने विगत बैठक के संकल्पों को पुन: स्मरण कराते हुए कहा कि महासभा का उद्देश्य है ‘सबका साथ समाज का विकास’। सभी पदाधिकारियों को जो दायित्व सौंपे गये हैं उन पर गम्भीरता से काम में जुट जावें तथा कार्यकारिणी बैठक में अपने दायित्वों से संबंधित प्रगति प्रतिवेदन लिखित में देवें। पदाधिकारियों के मनोनयन काम के आकलन, बैठकों में उपस्थिति या महासभा विरोधी गतिविधियों में संलग्न पाये जाने पर परिवर्तित भी किये जा सकते हैं। महासभा में उद्योग व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवार समन्वय जैसे नये प्रकल्पों के सृजन का प्रस्ताव दिया गया जिस पर मिलीजुली प्रतिक्रियाऐं सामने आई जैसे कि गहोई ग्लोबल के अंतर्गत उद्योग व्यापार, छात्रवृत्तियों के साथ शिक्षा, और पारिवारिक संबंधों के समन्वय को न्याय प्राधिकरण के समान अर्थों में समाहित कर देखा जावे तो नये प्रकल्पों की आवश्यकता नहीं है। पहिले भी गहोई ज्ञानगंगा, अन्नपूर्णा योजना महासभा द्वारा प्रस्तावित की गई थीं परंतु उनपर कोई खास उपलब्धि पूर्ण कार्य नहीं हो सकी । महासभा के अधिवेशन हेतु स्थल का चयन देश अथवा प्रदेश की राजधानी अर्थात दिल्ली या भोपाल में किया जावे जिससे समाज को राजनैतिक लाभ मिल सके। अधिवेशन में लगभग 5000 स्वजातीय बंधुओं की उपस्थिति सुनिश्चित करने हेतु अध्यक्ष जी द्वारा आश्वस्त किया गया।
वर्ष 2015-16 का अनुमानित आय व्यय बजट महासभा कोषाध्यक्ष श्री राकेश लहारिया द्वारा प्रस्तुत करते हुए अवगत कराया गया कि निवर्तमान कोषाध्यक्ष श्री राजेन्द्र नीखरा द्वारा अब तक पूरा चार्ज प्रभार नहीं सौंपा गया है। इस पर निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राधेश्याम कुचिया ने चुटकी लेते हुए श्री लहारिया से कहा कि श्री नीखरा आपके मित्र हैं और आप लोग पास-पास ही रहते हैं फिर इतनी देर तो नहीं लगना चाहिये एफ.डी., बैक पासबुक एवं अन्य दस्तावेज की औपचारिकताऐं पूर्ण कर उनसे आपसी चर्चा कर प्राप्त कर लेवें। इस पर श्री लहारिया जी ने स्पष्ट किया कि मित्रता अपनी जगह है और महासभा कोषाध्यक्ष के प्रभार प्राप्त करने की विधिक प्रकिया अपनी जगह।
महासभा महामंत्री द्वारा महासभा के अधिवेशन पर चर्चा प्रस्तावित की गई इस पर डॉ. गोविंददास बरसैंया एडवोकेट, जबलपुर ने अपने प्रभावी उद्वबोधन में आयोजन के भव्य स्वरूप और उपस्थिति आदि बिंदुओं पर सुझाव दिये। निर्वाचन उपायुक्त- श्री कैलाशनारायण कनकने,विदिशा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की गरिमा की ओर सभी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए सुझाव दिया कि पिछली बैठक कार्यवाही के मुख्य बिंदुओं का वाचन किया जावे तब पुष्टि कराई जावे तो उचित होगा। महासभा कार्यकारिणी बैठक में सभी क्षेत्रीय सभा के अध्यक्ष एवं मंत्री की आवश्यक रूप से उपस्थिति होना चाहिये। नये प्रकल्पों के सृजन पर आपने सुझाव दिया कि जो प्रकल्प पहिले बनाये गये हैं उनकी संख्या अभी 11 है परंतु 2 या 3 प्रकल्प ही काम कर रहे हैं बाकी सिर्फ नाम के लिये हैं इन में कोई काम नहीं हो रहा फिर और नये प्रकल्पों का सृजन उचित प्रतीत नहीं होता। अधिवेशन के स्थान का चयन भोपाल किये जाने पर श्री कनकने ने कहा कि अभी मध्यमालवा क्षेत्रीय सभा के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों व पंचायत के साथ आपस में निर्णायक चर्चा कर 10 मई तक हम महासभा को अवगत करा देने का प्रयास करेंगे। कोषाध्यक्ष द्वारा प्रस्तुत आय व्यय के पत्रक कार्यकारिणी में वितरित करने का सुझाव देते हुए आपने कहा कि गहोई बंधु और महासभा का आय व्यय विवरण प्रथक प्रथक बनाना व प्रस्तुत किया जाना चाहिये ऐसा प्रस्ताव महासभा द्वारा पारित किया जा चुका है जिसका पालन होना चाहिये।
महामंत्री ने श्री कैलाश नारायण कनकने के उद्वबोधन पर धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि सदस्यों ने सोचा था कि आप निर्वाचन उपायुक्त के रूप में नवयुवक मण्डल, महिला सभा एवं वरिष्ठ संघ के निर्वाचन संबंधी उत्सुकताओं के संबंध में अपना वक्तव्य देंगे। जनगणना प्रकल्प के अध्यक्ष श्री के.के.कठिल, टीकमगढ ने राष्ट्रीय अध्यक्ष महासभा से जानना चाहा कि- यदि मेरे दीर्घ अनुभव का लाभ महासभा उठाना चाहती तो मुझे जनगणना प्रकल्प के स्थान पर राजनैतिक प्रकल्प दिया जा सकता था परंतु आपने संभवत यह विचार कर मुझे जनगणना जैसा असाधारण कार्य सौंपा है कि असाधारण व्यक्तित्व के लोग ही असाधारण काम कर पावेंगे, इसके लिये धन्यवाद। श्री कठिल ने विंध्य क्षेत्रीय सभा के अध्यक्ष श्री आलोक टिकरया एवं उनकी टीम के विंध्य क्षेत्रीय स्मारिका 2014 के प्रकाशन को अनुकरणीय बताते हुए इस एक क्षेत्र की जनगणना होने पर प्रसन्नता व्यक्त की और बाकी नौ क्षेत्रों की जनगणना भी शीघ्र किये जाने का संकल्प लिया।
डॅा. श्री कृष्णकुमार हॅूका जबलपुर ने महासभा अधिवेशन की व्यवस्थाओं को कार्ययोजना बनाकर समुचित रूप से संपादित किये जाने का सुझाव दिया एवं एक संस्था द्वारा संचालित विभिन्न उद्यमों के आय व्यय प्रथक प्रथक बना कर समेकित किये जाने की संवैधानिक प्रक्रिया की जानकारी देते हुए महासभा एवं गहोई बंधु का आय व्यय अलग अलग प्रस्तुत करने की आवश्यकता पर बल दिया।
महाकौशल क्षेत्रीय सभा के अध्यक्ष श्री विनोद त्रिसोल्या कटनी ने महासभा से अपेक्षा व्यक्त की कि कार्यकारिणी बैठकों में गहोई बंधु व महासभा की ही चर्चा हमेशा होती है इससे हटकर भी गहोई समाज के लिये हमें चिन्तन करना चाहिये क्योंकि समाज में अन्तर्जातीय विवाह बढ रहे हैं, इस पर महामंत्री श्री सतीश महतेले ने कहा कि अभी विषय सूची अनुसार कृपया महासभा अधिवेशन के संबंध में ही अपने विचार- सुझाव रखें।
श्री अरूण नीखरा जबलपुर ने अधिवेशन के पहिले लक्ष्य बनाकर महासभा व गहोई बंधु की सदस्यता बढाने का सुझाव दिया। महासभा में विवादास्पद मुद्दों को भी अधिवेशन के पहिले सुलझाने की सलाह देते हुए नाथूराम मोतीलाल सोनी अनाथालय ट्रस्ट, जबलपुर जैसे अन्य प्रकरणों पर प्रभावी कार्यवाही कर विवादों का पटाक्षेप करने की बात कही। उचित होगा कि अधिवेशन संबंधी लगातार चर्चा व निर्णय करने हेतु एक समिति बना दी जावे।
गहोई कल्याण कोष प्रकल्प के अध्यक्ष श्री योगेश नौगरैया- भोपाल, संगठन मंत्री सतीश सेठ- जबलपुर, कार्यकारी अध्यक्ष श्री भोगीलाल बिलैया- करैरा, उपाध्यक्ष श्री कैलाशनारायण सुहाने- भोपाल इत्यादि वक्ताओं ने महासभा अधिवेशन के संबंध में बैठक को संबोधित कर सुझाव रखे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सावला ने आश्वस्त किया कि अधिवेशन आयोजित करने की स्थिति में पंचायत अथवा क्षेत्रीय सभा को महासभा आर्थिक सहयोग प्रदान करेगी यदि स्मारिका निकालने की जिम्मेदारी महासभा लेगी तो 40 प्रतिशत सहयोग आप स्थानीय स्तर से देवें और यदि स्थानीय पंचायत अथवा क्षेत्रीय सभा स्मारिका निकालती है तो व्यय का 25 प्रतिशत सहयोग महासभा देगी इसके अतिरिक्त भी मैं स्वयं अपने स्तर पर पूरे देश में भ्रमण कर लगभग दस लाख रूपये की आर्थिक व्यवस्था जुटाने अधिक से अधिक सहयोग का प्रयास करूंगा।
महामंत्री श्री सतीश महतेले ने खेद सहित अवगत कराया कि महासभा कार्यकारिणी में 2 साथियों को मनोनीत कर शिवपुरी में 01 फरवरी को शपथ दिला दी गई है और संज्ञान में आया है कि वे महासभा के सदस्य नहीं हैं। ऐसी स्थिति में मैं चाहता हॅू कि उन साथियों का पद पर सम्मान बना रहे और जो त्रुटि हुई है उसे सुधारते हुए उन दोनों साथियों को अब महासभा का सदस्य बना लिया जावे।
कर्बी चित्रकूट पंचायत द्वारा गहोई भवन (धर्मशाला) नयागॉव, चित्रकूट के संबंध में आर्थिक अनियमितता एवं छिन्न भिन्न हो रही व्यवस्थाओं पर महासभा से स्थिति स्पष्ट करने आवश्यक सुधार करने एवं उचित जॉच करने की मॉग की। इस पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पॉच सदस्यों की एक समिति बनाकर महासभा की ओर से जल्दी ही व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने एवं समस्याओं के निदान का आश्वासन दिया।
गाडरवारा में गहोई वैश्य समाज पंचायत के अधीन कार्यरत श्री देवराधावल्लभ मंदिर ट्रस्ट के जीर्ण शीर्ण हो चुके 125 साल पुराने मंदिर को भव्यता प्रदान करते हुए अत्यंत मनोहारी आकर्षक निर्माण श्री बसंत तपा के मंदिर ट्रस्ट अध्यक्षीय कार्यकाल में होने पर 24, 25, 26 अप्रेल को भव्य शोभायात्रा उपरांत बैकुण्ठधाम में भगवान का प्रवेश उत्सव नगरभोज के साथ संपन्न हुआ इस अनुकरणीय कार्य के लिये श्री बसंत तपा को पुष्पमाला पहिना कर महाकौशल के अन्य उपस्थित सदस्यों का अभिनन्दन महासभा की ओर से किया गया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सावला व निर्वाचन उपायुक्त द्वय श्री कैलाशनारायण कनकने,श्री दीपक अरूसिया ने उपाध्यक्ष श्री कैलाश नारायण सुहाने भोपाल सहित अन्य जिन पदाधिकारियों ने अब तक शपथ नहीं ली थी और शेष मनोनीत एवं आज मनोनीत हो रहे सदस्यों को भी महासभा कार्यकारिणी में सम्मिालित होने पर शपथ ग्रहण करवाई।
क्षेत्रीय सभाओं की ओर से क्रमश: विंध्य क्षेत्रीय गहोई वैश्य सभा के अध्यक्ष श्री आलोक टिकरया छतरपुर, च्रंबल क्षेत्रीय गहोई वैश्य सभा के अध्यक्ष के श्री केशव नीखरा, महाकौशल क्षेत्रीय गहोई वैश्य सभा के अध्यक्ष श्री विनोद त्रिसोल्या कटनी, मध्य मालवा क्षेत्रीय गहोई वैश्य सभा के अध्यक्ष श्री विनोद कुमार झुडेले चौरासी क्षेत्रीय गहोई वैश्य सभा के अध्यक्ष एवं उत्तर क्षेत्रीय गहोई वैश्य सभा द्वारा प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए अपने अपने क्षेत्रों में हुए विकासमूलक कार्यों से अवगत कराया। विंध्य क्षेत्रीय गहोई वैश्य सभा की प्रकाशित स्मारिका 2014 का वितरण अध्यक्ष श्री आलोक टिकरया द्वारा सभी को किया गया जिसमें क्षेत्र की महत्वपूर्ण जानकारियों का प्रथम बार ऐसा संकलन पाकर सभी ने इसे सराहनीय बताया। विषय सूची के अनुसार क्षेत्रीय सभाओं का प्रभार जिन महासभा पदाधिकारियों को सौंपा गया है उनकी ओर से प्रतिवेदन नहीं प्रस्तुत किया जा सका। हरिद्वार ट्रस्ट के संबंध में श्री राधेश्याम कुचिया निवर्तमान महासभा अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि यह महासभा से प्रथक ट्रस्ट है तथा सामाजिक बंधुओं से सहयोग लेकर ही समाज का भवन निर्माण होगा जिस पर ट्रस्ट का स्वामित्व रहेगा वैसे भी जब तक भवन निर्माण नहीं हुआ इस पर अनावश्यक महासभा की बैठक में चर्चा करना उचित नहीं है बाद में जैसा ट्रस्टियों का अभिमत होगा सलाह लेकर ही इस पर निर्णय किया जावेगा। श्री राकेश लहारिया, डॉ. गोविंद दास बरसैंया, श्री कैलाश नारायण सुहाने, श्री सतीश सेठ, श्री जगदीश शरण दमेले आदि ने इस संबंध में अपने विचार रखे। अधिकांश सदस्यों का यह मानना था कि अ.भा.गहोई वैश्य महासभा के स्वामित्व में ही हरिद्वार की जमीन –भवन होना चाहिये।
बिंदु क्रमांक 12 के तहत आये पत्रो पर चर्चा की गई महामंत्री ने अक्षय निधि से सहयोग प्राप्तिय के लिये आये आवेदन रखे जिन पर प्रावधान अनुसार यथा उचित राशि की स्वीकृति प्रदान की गई। गहोई वैश्य वरिष्ठ संघ जबलपुर इकाई के आयोजन दिनांक 12 अप्रेल एवं प्रकाशित मासिक पत्रिका गहोई संस्कार के संबंध में महासभा को प्राप्त पत्र पर श्री हरनारायण रिखोल्या संपादक गहोई बंधु, डॉ. गोविंद दास बरसैंयाआदि द्वारा भी अपने विचार रखे गये तथा निर्णय अनुसार निंदा करते हुए महासभा की ओर से पत्र लिखकर गहोई वैश्य वरिष्ठ संघ जबलपुर इकाई को निर्णय प्रेषित कर दिया जावेगा। अन्य विषयों के तहत श्री शिवकुमार नीखरा गाडरवारा ने आपत्त करते हुए गहोई बंधु में प्रकाशित स्वामी अखिल भारतीय गहोई वैश्य महासभा व प्रकाशक तथा मुद्रक का नाम क्या पूर्व अध्यक्ष का प्रकाशित होना चाहिये या वर्तमान महासभा अध्यक्ष का? इस पर उपस्थित पदाधिकारियों एवं सदस्यों से पूछा कि क्या यह नियमानुसार उचित है सभी ने एक स्वर से इसे नकारते हुए कहा कि वर्तमान अध्यक्ष श्री सावला जी ही महासभा के स्वामी हैं नियमानुसार उनका नाम ही प्रकाशक तथा मुद्रक के रूप में प्रकाशित होना विधिसंगत होगा इस पर सर्वसम्मति है।
आभार प्रदर्शन के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष की सहमति प्राप्त कर महामंत्री ने बैठक समाप्ति की घोषणा की ।
सतीश सेठ ,जबलपुर
संगठन मंत्री महासभा